सुशासन की सड़क: यहां चलकर नहीं, तैरते हुए निकलते हैं राहगीर

डेढ़ किलोमीटर का फासला तय करते हुए राहगीर ऊपरवाले को याद करते रहते हैं.

from Latest News बिहार News18 हिंदी https://ift.tt/2zCDwyb
Previous
Next Post »