क्या राम मन्दिर बनाने का रास्ता साफ़ हो गया है? क्या सियासी पार्टियां मन्दिर मार्ग पर चलकर वोट पाएंगी? ये सवाल इसलिए अहम है क्योंकि अयोध्या विवाद से जुड़े एक मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने बड़ा फैसला सुनाया है. चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस अशोक भूषण ने बहुमत से फैसला सुनाया कि अयोध्या विवाद ज़मीन का विवाद है. साथ ही कोर्ट ने 1994 के फ़ैसले पर पुनर्विचार करने से मना कर दिया यानी ये भी साफ़ कर दिया कि मस्जिद में नमाज़ पढ़ना इस्लाम का ज़रूरी हिस्सा नहीं है. बहुमत से आए फ़ैसले के बाद अब विवादित जगह पर किसका मालिकाना हक़ है इस पर 29 अक्टूबर से सुनवाई होगी. इस फ़ैसले के आते ही देश का सियासी माहौल गरमा गया और उन लोगों को तगड़ा झटका लगा जो लोग सुनवाई को लटकाने के लिए बार- बार अड़ंगा डालने की कोशिश कर रहे थे.from Latest News शो News18 हिंदी https://ift.tt/2R4VBvl
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